बाइबल की शिक्षाओं के जरिये स्वर्गीय पिता आन सांग होंग
और स्वर्गीय माता ने हम से कहा है कि हमें किसी भी परिस्थिति में
हतोत्साहित नहीं, लेकिन यहोशू और कालेब के समान धन्यवादी होकर
सबसे पहले परमेश्वर की इच्छा के बारे में सोचना चाहिए।
परमेश्वर की संतानों को चाहिए कि वे हमेशा स्वर्ग की भाषा पर मनन करें।
माता की शिक्षाओँ का पालन करते हुए, हमें हमेशा सराहना
और प्रोत्साहन के शब्दों का उपयोग करना चाहिए, और मूसा के समान
क्षणिक भावनाओं में कोई गलत बात कहने से सावधान रहना चाहिए।
“... जो जो निकम्मी बातें मनुष्य कहेंगे, न्याय के दिन वे हर एक उस बात का लेखा देंगे। क्योंकि तू अपनी बातों के कारण निर्दोष, और अपनी बातों ही के कारण दोषी ठहराया जाएगा।” मत्ती 12:36-37
119 बुनडांग-गु, संगनाम-सी, ग्योंगी-डो, कोरिया
फोन 031-738-5999 फैक्स 031-738-5998
प्रधान कार्यलाय: 50, Sunae-ro (Sunae-dong), Bundang-gu, Seongnam-si, Gyeonggi-do, Rep. Korea
मुख्य चर्च: 35, Pangyoyeok-ro (526, Baeghyeon-dong), Bundang-gu, Seongnam-si, Gyeonggi-do, Rep. Korea
ⓒ चर्च ऑफ गॉड वर्ल्ड मिशन सोसाइटी। सर्वाधिकार सुरक्षित। व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग करने की नीति